शुक्ल, अष्टभुजा

इसी हवा में अपनी भी दो चार साँस है इसी हवा में अपनी भी दो चार साँस है, नयी दिल्ली: राजकमल प्रकाशन, 2010 अष्टभुजा शुक्ल - नयी दिल्ली राजकमल प्रकाशन 2010

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