जैन, कान्तिकुमार

तुम्हारा - परसाई तुम्हारा - परसाई: हरिशंकर परसाई के जीवन, व्यक्तित्व, परिवेश और व्यंग्यशीलता के संस्मरणात्मक आख्यान.-1 संस्क0, नई दिल्ली: वा कान्तिकुमार जैन - 1 - नई दिल्ली वाणी प्रकाशन 2004

81-8143-098-0

8H7.38